Shri Nil Sarasvati Stotram Lyrics in Sanskrit 

Shri Nil Sarasvati Stotram Lyrics in Sanskrit

Here are Saraswati Lyrics in Sanskrit, Sarasvati Stotram Lyrics with meaning in Hindi, Saraswati Stotram lyrics in Hindi. 

 श्री नील सरस्वती स्तोत्रम्। 

घोररूपे महारवे सर्वशत्रुभयंकरि। 

भक्तेभ्यो वरदे देवि त्राहि माम् शरणागतम्। 

Hindi Translation:

भयानक रूपवाली, घोर निनाद करनेवाली, सभी शत्रुओं को भयभीत करनेवाली तथा भक्तों को वरदान करनेवाली हे देवी!  आप मुझे शरणागत की रक्षा करें। 

ॐ सुरसुरार्चिते देवि सिद्धगन्धर्वसेविते। 

जापापहरे देवी त्राहि मां शरणागतम्। 

Hindi Translation:

देव तथा दानवों के द्वारा पूजित, सिद्धों तथा गन्धर्वो के द्वारा सेवित और जड़ता तथा पाप को हरने वाली हे देवी! आप मुझ शरणागत की रक्षा करें। 

जटाजूटसमायुक्ते लोलजिह्वान्तकारिणि।

द्रुतबुद्धिकरे देवी त्राहि मां शरणागतम्। 

Hindi Translation:

जटाजूट से सुशोभित, चंचल जिह्वा को अंदर की ओर करनेवाली, बुद्धि को तीक्ष्ण बनानेवाली हे देवि! आप मुझ शरणागत की रक्षा करें। 

सौम्यक्रोधधरे रूपे चण्डरूपे नमोSस्तु ते। 

सृष्टिरुपे नमस्तुभ्यं त्राहि मां शरणागतम्। 

Hindi Translation:

अर्थात सौम्य क्रोध धारण करनेवाली, उत्तम विग्रहवाली, प्रचण्ड स्वरूपवाली हे देवि! आपको नमस्कार है। हे सृष्टिस्वरूपिणि! आपको नमस्कार है, मुझ शरणागत की रक्षा करें।

जडानां जडता हन्ति भक्तानां भक्तवत्सला। 

मूढ़तां हर मे देवी त्राहि मां शरणागतम्। 

Hindi Translation:

आप मूर्खो की मूर्खता का नाश करती हैं और भक्तों के लिये भक्तवत्सला हैं।  हे देवि!  मुझ शरणागत की रक्षा करें। 

 वं हूं हूं कमाये देवि बोलिहोमप्रिये नमः। 

उग्रतारे नमो नित्यं त्राहि मां शरणागतम्। 

Hindi Translation:

वं हूं हूं बीज मंत्र स्वरूपिणी हे देवि! मैं आपके दर्शन की कामना करता हूँ। बलि तथा होम से प्रसन्न होनेवाली हे देवि! आपको नमस्कार है। उग्र आपदाओं से तारनेवाली हे उग्रतारे! आपको नित्य नमस्कार है, मुझ शरणागत की रक्षा करें।

बुद्धिं देहि यशो देहि कवित्वं देहि देहि मे। 

मूढ़त्वं च हरेद्देवि त्राहि मां शरणागतम्।।

Hindi Translation:

हे देवि! आप मुझे बुद्धि दें, कीर्ति दें, कवित्वशक्ति दें और मेरी मूढ़ता का नाश करें। आप मुझ शरणागत की रक्षा करें। 

इन्द्रादिविलसद् द्वन्दवन्दिते करुणामयि। 

तारे ताराधिनाथास्ते त्राहि मां शरणागतम्। 

Hindi Translation:

इन्द्र आदि के द्वारा वन्दित शोभायुक्त चरणयुगल वाली, करुणा से परिपूर्ण, चन्द्रमा के समान मुखमण्डलवाली और जगत को तारनेवाली हे भगवती तारा! आप मुझ शरणागत की रक्षा करें।  

अष्टम्यां च चतुर्दश्यां नवम्यां यः पठेन्नरः। 

षण्मासैः सिद्धिमाप्नोति नात्र कार्या विचारणा।।

Hindi Translation:

जो मनुष्य अष्टमी, नवमी तथा चतुर्दशी तिथि को इस स्तोत्र का पाठ करता है, वह छः महीने में सिद्धि प्राप्त कर लेता है, इसमें संदेह नहीं करना चाहिए। 

मोक्षार्थी लभते मोक्षं धनार्थी लभते धनम्। 

विद्यार्थी लभते विद्यां तर्कव्याकणादिकम्।।

Hindi Translation:

इसका पाठ करने से मोक्ष की कामना करनेवाला मोक्ष प्राप्त कर लेता है, धन चाहनेवाला धन पा जाता है और विद्या चाहने वाला विद्या तथा तर्क व्याकरण आदि का ज्ञान प्राप्त कर लेता है। 

इदं स्तोत्रं पठेद्यस्तु सततं श्रद्धयाSन्वितः। 

तस्य शत्रुः क्षयं याति महाप्रज्ञा प्रजायते।।

Hindi Translation:

जो मनुष्य भक्तिपरायण होकर सतत इस स्तोत्र का पाठ करता है, उसके शत्रु का नाश हो जाता है और उसमें महान बुद्धि का उदय हो जाता है। 

पीडायां वापि संग्रामे जाड्ये दाने तथा भये। 

य इदं पठति स्तोत्रं शुभं तस्य न संशयः।।

Hindi Translation:

जो व्यक्ति विपत्ति में, संग्राम में, मूर्खत्व की दशा में, दान के समय तथा भय की स्थिति में इस स्तोत्र को पढ़ता है, उसका कल्याण हो जाता है, इसमें संदेह नहीं है। 

इति प्रणम्य स्तुत्वा च योनिमुद्रां प्रदर्शयेत्। 

Hindi Translation:

इस प्रकार स्तुति करने के अनन्तर देवी को प्रणाम करके उन्हें योनिमुद्रा दिखानी चाहिए। 

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