Sanskrit Shlok 10/Sanskrit Slokas with meaning

Sanskrit Shlok 10/Sanskrit Slokas with meaning

Here are mentions Sanskrit shlok with meaning Hindi and English.

सत्यं ब्रूयात् प्रियं ब्रूयात् न ब्रूयात सत्यमप्रियं। 

प्रियं च नानृतं ब्रूयात् एष धर्मः सनातनः।।

Transliteration:

Satyaṁ Brūyāt Priyaṁ Brūyāt Na Brūyāt Satyampriyaṁ

Priyaṁ Cha Nānr̥taṁ Brūyāt Eṣa Dharmaḥ Sanātanaḥ


शब्दार्थाः (Word Meaning):

सत्यं - सच 

ब्रूयात् - बोलना चाहिए (Should Speak)

- नहीं (No)

सत्यमप्रियं - अप्रिय सच 

प्रियं - प्रिय

-और 

नानृतं - झूठ नहीं है

एष - यह बात है

धर्मः सनातनः - यही शाश्वत धर्म

Meaning (Hindi): सच बोलना चाहिए, प्रिय बोलना चाहिए, अप्रिय सच नहीं बोलना चाहिए और प्रिय झूठ भी नहीं बोलना चाहिए। यही शाश्वत धर्म/आचार है। 

Meaning (English): One should speak the truth, should speak pleasant words, should not speak the bitter truth and a sweet lie. This is an eternal ethic.   

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